महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की मूर्ति टूटने के बाद विपक्ष का हमला: अजित पवार ने कहा, ‘हिम्मत है तो सामने आओ’

महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति टूटने के बाद राजनीति गरमाई हुई है। विपक्षी MVA नेता लगातार शिंदे सरकार पर हमलावर है और सीएम और डिप्टी सीएम को आड़े हाथ ले रहे हैं। यहां तक की इसको लेकर महाविकास अघाड़ी ने तो राज्यभर में विरोध प्रदर्शन भी किया, जिसपर अब एनसीपी नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार ने पलटवार किया है।

दरअसल, महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में 26 अगस्त को शिवाजी महाराज की मूर्ति गिर गई थी। मूर्ति मालवन तहसील के राजकोट किले पर स्थापित थी, जिसके गिरने के बाद पीएम मोदी से लेकर सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने माफी भी मांगी थी।
शिवाजी की मूर्ति टूटकर गिरने के विरोध में एमवीए नेताओं ने ‘जूते मारो आंदोलन’ चलाया था। इस आंदोलन के दौरान नेताओं ने मुंबई के हुतात्मा चौंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक विरोध मार्च निकाला गया था। मार्च के दौरान उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले भी शामिल हुए। उद्धव ने एक पोस्टर पर छपे एकनाथ शिंदे और अजित पवार को चप्पल भी मारी थी।
अजित पवार ने आज इस आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, जिन लोगों ने मेरे खिलाफ जूते मारो आंदोलन किया, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि ऐसे जूते ना मारो, हिम्मत है तो सामने आओ। फिर मैं दिखाता हूं। ऐसे चीटिंग मत करो।
उन्होंने आगे कहा कि कोई भी सरकार नहीं चाहेगी कि राज्य में ऐसी घटना हो कि शिवाजी की मूर्ति गिर जाए। शिवाजी सबके भगवान हैं और हमने जनता से माफी भी मांगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *