आईपीएस अधिकारी के गाड़ी का सायरन सुनते ही रिश्वत के नौ लाख रुपये छोड़ इंस्पेक्टर दीवार फांदकर भाग निकला। आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक
ने गुरुवार को थाना फरीदपुर में छापा मारा था। उन्हें इंस्पेक्टर के खिलाफ पुख्ता शिकायत मिली कि थाने में लेनदेन होने वाला है। इस पर मानुष ने उसे रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। हालांकि, सायरन ने मामला गड़बड़ा दिया।
आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक गुरुवार को अचानक थाना फरीदपुर पहुंचे। उन्हें रिश्वत लिए जाने की सूचना मिली थी। उनकी गाड़ी के सायरन की आवाज सुनकर इंस्पेक्टर थाने की दीवार फांदकर भाग गया। ‘कमरे के बेड पर रिश्वत की रकम बरामद हुई। काउंट करने पर रकम 9 लाख रुपये निकले । पुलिस ने इंस्पेक्टर पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। तलाश में दबिश जारी है। फरीदपुर थाने में रामसेवक इंस्पेक्टर हैं। एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक ने यह छापा मारा था। इंस्पेक्टर के थाने के आवास में पुलिस टीम पहुंची, यहां बेड में पैसा रखा मिला। इंस्पेक्टर थाने में दीवार फांदकर फरार हो गया। इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही इस घटना का बड़ा खुलासा किया जाना है।
बरेली के फरीदपुर थाना प्रभारी रामसेवक के खिलाफ कुछ दिन से शिकायत मिल रही थी। अधिकारियों ने बताया कि फरीदपुर पुलिस ने स्मैक तस्कर नवदिया निवासी आलम, मोहम्मद इस्लाम, नियाज अहमद को पकड़ा था। इन सभी को छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर फरीदपुर रामसेवक ने – 9 लाख रुपये लिए। यह पैसा थाने के आवास के बेडरूम में लिया गया। जानकारी एसएसपी अनुराग आर्य व एसपी दक्षिण को मिली। जैसे ही मानुष पारीक थाने में पहुंचे तभी इंस्पेक्टर दीवार फांदकर भाग निकला। इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए एसपी के गनर भी दौड़े, लेकिन इंस्पेक्टर भाग निकला।