उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल ने बड़ा रूप ले लिया है। सोमवार सुबह एक बार फिर से बहराइच में आगजनी और तोड़फोड़ की गई तथा कई दुकानों और घरों में भी तोड़फोड़ की गई और आगजनी किया गया । बाइक के शोरूम और एक अस्पताल में आग लगा दी गई है। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। दवाइयों को जला दिया गया है।
युवक की मौत से भड़का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदर्शन और हिंसक होता जा रहा है। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर गए हैं। उधर, परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। हालांकि पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाया , लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है। परिजन कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
मिली खबरों के अनुसार सोमवार सुबह रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद एक समुदाय के लोग भड़क गए। भीड़ हाथ में डंडे और लाठी लेकर सड़क पर उतर आए। बाइक शोरूम और अस्पताल में आगजनी और तोड़फोड़ की गई है। यूपी के सीएम योगी ने दंगाइयों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ताजा हालात पर रिपोर्ट मांगी है। अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए कहा है।
बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ। इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।
बहराइच की सांप्रदायिक हिंसा में देर रात मुख्य आरोपी सलमान समेत कई लोगों पर एफआईआर की गई। सूत्रों के अनुसार 20 से 25 लोगों के हिरासत में लेने की खबरें हैं। उधर दूसरी ओर पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रही कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो। आरोपियों को फांसी देने के नारे देर रात सड़कों पर गूंजते रहे।
बहराइच में महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल मिश्रा को घर के अंदर घसीट ले गए और गोली मार दी। उसे बचाने पहुंचे राजन भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना का पूरे जिले में विरोध शुरू हो गया। विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के पास जाम लगा प्रदर्शन शुरू कर दिया। बहराइच-लखनऊ हाईवे भी जाम कर दिया गया।
शहर में सैकड़ों जगह प्रतिमा विसर्जन रोक दिया गया। मामला बढ़ता देख छह थानों की पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार शाम महसी तहसील की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था।
महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी सोनार अब्दुल हमीद बेटे सबलू, सरफराज व फहीम के साथ मौके पर पहुंचे और गाली गलौज शुरू कर दी। प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने इसका विरोध किया तो छतों से पथराव शुरू कर दिया गया। इस पर समिति के सदस्य प्रदर्शन करने लगे तो हमीद व उनके साथ मौजूद हजारों की भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरू कर दिया। सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
पूजा समिति सदस्यों का आरोप है कि एसओ मौके पर मौजूद नहीं थे। प्रदर्शन शुरू हुआ तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए। बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला समेत अन्य आला अधिकारी महराजगंज में कैंप कर रहे हैं। पूरे कस्बे को सील कर दिया गया है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और डीआईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को भेजा गया है।
अभी तक मिली खबरों के अनुसार हालात धीरे धीरे काबू में आ रहे हैं।