तहसील तुलसीपुर अंतर्गत तुलसीपुर से गैंसड़ी को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के पुरुषोत्तमपुर से होकर भगवानपुर बांध व जरवा जाने वाली पीडब्लूडी मार्ग पर छपिया सुखरामपुर गांव के समपार फाटक संख्या 116C पर रेलवे द्वारा भूमिगत सड़क निर्माण कराए जाने से ग्रामीण परेशान हैं। व प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, रेल मंत्री व अन्य को पत्र भेजते हुए प्रदर्शन कर निर्माण को रोकने की मांग कर रहे हैं। तथा क्षेत्र के अन्य जगहों के भूमिगत समपार सड़क पर जमा गंदा जल व अन्य समस्याओं का हवाला दे रहे हैं।
ग्रामीण राजेश सिंह ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि भूमिगत सड़क से हम सभी का आवागमन बंद हो जाएगा। जहां भूमिगत सड़क बनाई जा रही है वहां पर प्रत्येक मौषम में जल भराव रहता है। भूमिगत सड़क पर भी जल भराव हमेशा बना रहेगा। जिस कारण हमारा आवागमन पूरी तरह से रुक जाएगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क भी 2 माह पूर्व नए सिरे से बनाई गई है।
ग्रामीण किसान बिंद्रा सिंह ने कहा कि भूमिगत सड़क बन जाने से हम अपनी आजीविका हेतु पैदा किए गन्ने, धान, गेहूं व दलहन की फसल को चीनी मिल व बाजार तक नहीं ले जा पाएंगे। तथा हमें जल भराव और फिसलन से निजात कभी नहीं मिलेगी।
राहगीर राजू, बृजलाल, धीरज, मग्घू, मगते आदि ने कहा कि समपार फाटक पर भूमिगत सड़क बन जाने से हमें सुखरामपुर गांव से मुड़कर दूर जाकर निकलना होगा। काफी दूरी तक जल भराव व फिसलन भी बनी रहेगी जिसमें सांप व जहरीले जीव जंतु छिपे रहेंगे। जिससे जनहानि भी हो सकती है।
पुजारी सतीश मिश्रा ने बताया कि क्षेत्रीय लोग दुर्गा पूजा, जन्माष्टमी, गणेश पूजा, व गांव के अन्य सांप्रदायिक कार्यक्रमों में मूर्ति व जुलूस निकालते हैं। तथा मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया, सजदा व अन्य जुलूस इसी रास्ते से होकर निकालते हैं। जो पूरी तरह बाधित हो जाएगा।
ग्राम प्रधान रामकेश मौर्य ने कहा कि यदि रेलवे द्वारा भूमिगत सड़क बनाई जाती है तो पूरे भूमिगत सड़कपर जल भराव, जल जमाव, फिसलन आदि समस्याएं हमेशा बनी रहेगी। सुरक्षा दीवार से गांव व बाढ़ के जल का बहाव रुक जायेगा। बाढ़ के गंदे पानी व बहकर आए जहरीले जीव जंतुओं से गांव प्रभावित हो जाएगा। जनहानि भी हो सकती है।
रेलवे द्वारा भूमिगत सड़क निर्माण कराए गए जगह पर जगदीश, सागर, बृजलाल, धीरज, अशोक, रामदेव, मग्घू, मुक्ते, दुखी राम, राम निवास, सियाराम, राम कुमार, हरिराम, बुधई, लाला, राम अभिलाख, सतीश, मुन्नू, जाकिर, नसीर, बसीर, मेहीलाल, नानबाबू सहित सैकड़ो क्षेत्रीय लोगों ने इकट्ठे होकर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की व निर्माण कार्य रोकवाए जाने की मांग करते हुए कहा की भूमिगत सड़क न बनाकर ओवर ब्रिज का निर्माण करने से रास्ता सुगम रहेगा। बाढ़ व जल जमाव से निजात मिली रहेगी। मांग पूरी नहीं होने पर अनशन भी करेंगे।