तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के इस्तेमाल पर जारी विवाद दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। अगल-अलग संगठनों के लड्डू प्रसादम विवाद पर बयान सामने आ रहे हैं। अब तो इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी जनहित याचिका दायर कर दी गई है, जिसमें मामले पर SIT के गठन की मांग की गई है। तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम विवाद के बाद अब मथुरा-वृंदावन में मिलने वाले प्रसाद पर भी सवाल उठ रहे हैं.
तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के इस्तेमाल के मामले पर मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कहीं न कहीं ये संबंधित विभाग की विफलता है कि वो इसका पता नहीं लगा पाए और आम लोगों के खाने में लगातार हो रही भारी मात्रा में मिलावट का कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। मुझे लगता है कि संबंधित विभाग को इसकी पूरी जांच करनी चाहिए क्योंकि ये हमारी आस्था से जुड़ा मामला है। डिंपल यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,
देश के लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंची है. लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि जब वे मंदिर में दर्शन के लिए गए थे तो उन्हें प्रसाद के नाम पर गाय की चर्बी और मछली का तेल मिला लड्डू खाया. इससे हजारों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. लोगों को लग रहा है कि उनका शरीर शुद्ध नहीं बल्कि अपवित्र हो गया है. डिंपल ने कहा कि वृंदावन में भी ऐसी ही बातें सुनने को मिल रही हैं कि सही क्वालिटी का खोया इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, मुझे लगता है कि अब विभाग को कुछ करना चाहिए। सरकार भाजपा की है, उन्हें इस पर काम करना चाहिए। बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाए है कि सरकार ने विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था। उनके इस बयान के बाद देशभर में बवाल है। नेताओं से लेकर आमलोगों तक की इस पर प्रतिक्रिया आ रही है। आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लागों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग उठने लगी है।