मेरे लिए भगवान हैं मोदी जी !! कितना उचित है पीएम मोदी की तुलना भगवान विश्वकर्मा से करना ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटना में पीएम मोदी के भगवान विश्वकर्मा रूपी तस्वीर की पूजा की….

विश्वकर्मा पूजा और भगवान विश्वकर्मा की तरह प्रधानमंत्री मोदी का दूध से अभिषेक और तिलक लगाकर आरती की गई है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,17 सितंबर को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास मौके पर देशभर में जश्न और विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे तो वही इस साल, मोदी के जन्मदिन का संयोग विश्वकर्मा पूजा से भी हुआ, और इसी उपलक्ष्य में बिहार के पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें भगवान विश्वकर्मा के रूप में दर्शाया.
जिसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर जम कर विरल भी हुआ… की कैसे
इसबार जन्मदिन पर बिहार बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने पीएम को अनोख गिफ्ट दिया. पटना में भाजपा कार्यकर्ता कृष्ण कुमार कल्लू ने मंगलवार को पीएम की तस्वीर को भगवान विश्वकर्मा के रूप बनवाया. तस्वीर को दूध से अभिषेक किया. अनोखे तरीके से पीएम का जन्मदिन मनाए जाने की चर्चा चारो ओर हो रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चल भी रहा है.
मंत्रों का जाप किया गया. उनके सम्मान मे ये जाप किये गाये….इस प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि के दौरान, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मोदी को ‘आधुनिक विश्वकर्मा’ की उपाधि देते हुए उनकी नेतृत्व क्षमता और देश के विकास में उनके योगदान की सराहना की. सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें कार्यकर्ता पूरे भक्ति भाव से पीएम मोदी की तस्वीर को सम्मानित करते नजर आ रहे इस आयोजन का उद्देश्य न केवल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान प्रकट करना था, बल्कि उनके द्वारा देश के विकास के लिए किए गए कार्यों को भी याद दिलाना था. बीजेपी कार्यकर्ताओं का मानना है कि जिस प्रकार भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि का निर्माण किया, वैसे ही प्रधानमंत्री मोदी आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
कृष्ण कुमार कल्लू ने बताया कि नरेंद्र मोदी आधुनिक भारत के भगवान विश्वकर्मा हैं.भाजपा कार्यकर्ता कृष्ण कुमार कल्लू ने कहा कि बिहार में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन सेवा पखवाड़ा के तौर पर मनाया जाएगा. जिसमें युवा मोर्चा पहले दिन रक्तदान शिविर भी लगाएंगे. भाजपा नेता रक्तदान भी करेंगे. दूसरे दिन अलग-अलग जगह पर पीएम मोदी की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. 19 से 22 सितंबर तक पूरे बिहार में सफाई अभियान चलाया जाएगा. स्कूली बच्चों के बीच किताब कॉपियां वितरित की जाएगी. और उनका ये भी कहना है की..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं, और उनके समर्थक उन्हें देश के विकास और उत्थान के प्रतीक के रूप में देखते हैं

अब सवाल है कि किसी इंसान की पूजा करना कितना जरूरी है, क्या ये धर्मी महतवों को दर्शन दे रहा है या फिर पाखंड की या बढ़ रही है, हमने और आप सब सोशल मीडिया और टीवी पर सब जगह देखते हैं…किस तारीख से धर्म के नाम पीआर या धर्म का सहारा लेकर पाखंड को बधावा दिया जा रहा है इस पाखंड को बधावा देने में मीडिया और बड़े बड़े न्यूज चैनल भरपूर संजोग दे रहे हैं न्यूज चैनल पर वायरल वीडीओ में अपने ऐसी बहुत सारी वीडीओ देखी होगी जिसमें एक बाबा एक कुर्सी पीआर बैठेबैठे फिमली स्टाइल में हाथ घुमा क्र किसी का सर डीआरडी ठीक क्र देते एच किसी का पेयट डीआरडी ठीकर देते एचबी और मीडिया इसको खूब बढ़ा चढ़ा क्र धर्म से जोड़ कर दिखा रहा है जबकी मेरा, मन्ना एच की, धर्म और पाखण्ड में बहुत अंतर होता है जो बाबा लोग कर रहे हैं वह पाखंड एच और कहीं ना कहीं विश्वनाथ भगवान के मुंह पीआर किसी व्यक्ति का मुंह लगा कर पूजा पाठ करना धर्मित तारिके से सही निन हैपटना में जिस तारिके से पटना में ये घटना घटी ये पाखंड वाद को बधावा देती हैं चलो हम आपको एक दो और घटना बताते हैं… हाल ही में एक गणेश चतुर्थी का उत्सव समोअन हुआ ह लगभाग हर गली महोल्लों में गणेश जी की मूर्ति की स्थापना की गई और बड़े धूम धाम से गणेश चतुर्थी तेहवार को मनाया ग्या, लेकिन जेबीबी गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन किया गया तो अपने एसएम और एनचैनल्स में फिर से देखा होगा कि किस तारीख से नदी नालों में नर्सति को विसर्जित किया गया और विसर्जन के बाद उन मूर्तियों की स्थिति क्या हुई इसे एपी सभी अवगत एच अब मेरा सवाल एच क्या हम धार्मिक महतवोन को कामजोर क्रने के झूठ पाखंड वड को बधावा दे रहे हैं एच हां धर्म को बिना जाने …..कुछ इस तरह शेयर करें के झूठ थोड़ा सा फमौस होने के लिए हम केच बी कर रहे हैं एच धर्म के नाम पीआर मेरा एपीएसई अनुरोध एच के एपी धर्म को समझे और धर्म को धराशायी करो, पाखंड बनाने से बचिए

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