मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जिला प्रशासन की तरफ से दिए गए हैं. दूसरी ओर इस घटना पर सियासत जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब बीएसपी चीफ मायावती की प्रतिक्रिया आई है.
मायावती ने कहा, ‘यूपी के सुलतानपुर जिले में एनकाउन्टर की घटना के बाद से बीजेपी व सपा में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं तथा अपराध, अपराधी व जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं.’
बीएसपी चीफ ने आगे कहा, ‘अर्थात् बीजेपी की तरह सपा सरकार में भी तो कई गुणा ज्यादा कानून-व्यवस्था का बुरा हाल था. दलितों, अन्य पिछडे़ वर्गों, गरीबों व व्यापारियों आदि को सपा के गुण्डे, माफिया दिन-दहाड़े लूटते व मारते-पीटते थे, ये सब लोग भूले नहीं हैं.’
उन्होंने कहा, ‘जबकि उत्तर प्रदेश में वास्तव में ’’क़ानून द्वारा क़ानून का राज’’, बी.एस.पी. के शासन में ही रहा है. जाति व धर्म के भेदभाव के बिना लोगों को न्याय दिया गया. कोई फर्जी एनकाउन्टर आदि भी नहीं हुये. अतः बीजेपी व सपा के कानूनी राज के नाटक से सभी सजग रहें.’
दूसरी ओर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश की पुष्टि करते हुए सुल्तानपुर एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने बताया कि 5 सितंबर को थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के अंतर्गत अपराधी मंगेश और कुंभे की एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मौत के मामले में उपजिलाधिकारी लंभुआ को मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित किया है. उनको अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद प्रदेश में राजनीतिक उठापटक जोरों पर है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को गलत बताते हुए अपराधी की जाति देखकर एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था