लखनऊ के केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ परिसर में अब इग्नू (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय) के माध्यम से विभिन्न संस्कृत सम्बद्ध प्रोग्राम की शुरुआत होने जा रही है। यह पहल दूरस्थ शिक्षा और ओपन शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है। इसे दोनों संस्थानों के बीच हुए अनुबंध के तहत लागू किया जा रहा है। इस अनुबंध के अंतर्गत विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में इग्नू के स्टडी सेंटर्स खोले जा रहे हैं और
विभित्र कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। प्रोफेसर सर्वनारायण झा ने कहा कि, गोमती नगर स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर में अब एमए संस्कृत, एमए ज्योतिष, एमए हिन्दू स्टडीज और एमए भगवद्गीता अध्ययन के कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त, संस्कृत साहित्य में विज्ञान विषय में एक डिप्लोमा कार्यक्रम भी शुरू हो रहा है। इन कार्यक्रमों को घर बैठे, पढ़ाई या नौकरी करते हुए भी किया जा सकता है। इससे छात्र संस्कृत शास्त्रों का अध्ययन कर सकते हैं। डाक्टर कीर्ति विक्रम सिंह, इग्नू की क्षेत्रीय शाखा के सहायक निदेशक ने बताया कि, हिन्दू स्टडीज और भगवद्वीता स्टडीज में स्रातकोत्तर के
कार्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार शुरू किए गए हैं। इन कार्यक्रमों का स्टडी मटेरियल और अध्ययन- अध्यापन हिंदी में होगा, हालांकि परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से भी दी जा सकती है। ये दोनों कार्यक्रम तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और देश-विदेश से बड़ी संख्या में प्रवेश मिल रहे हैं। भविष्य में ये इग्नू के प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
डाक्टर प्रफुल्ल गड़पाल, परिसर में इग्नू के प्रोग्राम के संयोजक ने कहा कि, इस समय जुलाई सत्र हेतु प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश के लिए इग्नू की वेबसाइट पर समर्थ पोर्टल का उपयोग किया जा सकता है। प्रवेश की अतिम तिथि 15 सितंबर 2024 निर्धारित की गई है। यदि कोई विद्यार्थी
नियमित कोर्स कर रहा है, तो वह इन दूरस्थ या ओपन शिक्षा के कार्यक्रमों में प्रवेश लेकर डुअल डिग्री का लाभ भी ले सकता है।