उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में, आदमखोर भेड़ियों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है । पिछले एक-दो महीनों में लगभग सात आठ बच्चों को इन भेड़ियों ने अपना शिकार बनाया है ।
चलिए हम आपको पूरा घटनाक्रम समझाते हैं कि किस तरह से भेड़ियों का आतंक गांव में उत्पात मचाया हुआ है ।
घटना ऐसी है कि , बहराइच जिले के हरदी थाना क्षेत्र के आसपास के इलाकों में भेड़ियों का आतंक फैला हुआ है । यह आदमखोर भेडिया छोटे-छोटे बच्चों को,अपना शिकार बना रहे हैं । पिछले एक-दो महीनो में लगभग आठ बच्चों को ये भेडिए उठा ले गए और अगली सुबह उनका शव विक्षत अवस्था में खेतों में मिलता है ।
पूरे गांव में दहशत का माहौल है लोग सूरज डूबने के बाद घरों से बाहर निकलना बंद कर दिए हैं ।
पुलिस प्रशासन और वन विभाग की टीम ,इन जंगली भेड़ियों को पकड़ने की जुगत लगा रही है ,पर नाकाम हो जा रही है। वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरा की मदद से पकड़ने की कोशिश की ,हालांकि कैमरे में चार भेड़िए नजर आ रहे हैं पर अभी पकड़ने में सफलता नहीं मिली है ।
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भेड़ियों के आतंक से गांव वालो को मुक्त कराने के लिए भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह बंदूक लेकर गांव के लोगों के साथ भेड़ियों को खोजने में लगे हैं और गांव की सुरक्षा में भी लगे हैं।
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वहीं जिले के अधिकारी और वन विभाग की टीम भी लगातार दौरे पर है और गांव वालों से बातचीत कर रहे हैं और उन्हें समझा रहे हैं कि बचाव किस तरह से करना है ।
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गांव वालों का डर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है । कल रात में एक 5 साल के बच्चे को भेड़िया उठा ले गया ,और सुबह गन्ने के खेत में क्षत विक्षत अवस्था में उसका शव मिला ।
पूरे प्रदेश में इस घटनाक्रम पर हाहाकार मचा हुआ है । सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भेड़िए के आतंक पर चिंता जताई है । तथा उन्होंने एक्स पर लिखा है कि , उत्तर प्रदेश की तराई में ,चाहे बहराइच हो, पीलीभीत हो , श्रावस्ती हो, लखीमपुर खीरी हो या अन्य कोई भी जगह हो , हर जगह से जंगली जानवरों के आदमखोर होने की खबरें आ रही है । जिससे प्रदेश वासियों के हताहत होने की दुखद खबरें मिल रही हैं ।ऐसे हादसों दो तरह से भाजपा सरकार की नाकामी को दर्शाते हैं ।एक तरफ जंगलों की अवैध कटाई से पशुओं के निवास स्थान , मतलब कि वन घट रहे हैं , जिससे उनके जीवन चक्र में भोजन की कमी हो रही है , तथा दूसरी तरफ यह वन विभाग के लापरवाही का भी संकेत है ।
अखिलेश यादव ने भाजपा विधायक पर भी तंज करते हुए कहा कि ,भाजपा विधायक जी दिखावटी सहानुभूति का प्रदर्शन करने के लिए , हाथ में बंदूक लेकर, आदमखोर पशु के पदचिन्हों को तलाशने का काम करने का वीडियो बनवाकर , सोशल मीडिया पर झूठे जन सरोकारों को दर्शा रहे हैं ।
इसका मतलब उन्हें अपनी ही सरकार के ना मंत्रालय पर भरोसा है और ना ही विभागों पर ।
अब आप सोचिए कि कैसे जंगली जानवरों के हमले पर भी राजनीतिक कमेंटबाजियां हो ही जाती हैं ।
खैर अधिकारी गांव वालों को समझाने में और भेड़िए को पकड़ने के लिए दिन रात प्रयासरत हैं।