भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के बांग्लादेश को लेकर दिए गए बयान पर हंगामा मच गया है. टिकैत ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान तीन साल पहले 26 जनवरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उस दिन किसान ट्रेक्टर लेकर लाल किले की जगह पार्लियामेंट चले गए होते तो उसी दिन भारत में बांग्लादेश जैसा हाल हो जाता. उनके इस बयान पर बीजेपी गाजियाबाद की लोनी सीट से विधायक नंद किशोर गुर्जर ने तीखा हमला किया और टिकैत पर एनएसए लगाने की मांग की है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने बांग्लादेश में तख्तापलट की घटना का जिक्र करते हुए भारत में भी वैसा ही हाल होने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में 15 साल से सत्ता में बैठे लोगों ने विपक्ष के सारे नेताओं को जेल में डाल रखा था. लेकिन, अब वो खुद बंद हैं और भागने का भी कोई रास्ता नहीं मिल रहा. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यही हाल भारत में भी हो सकता है.
टिकैत ने इस दौरान तीन साल पहले किसान आंदोलन की 26 जनवरी की घटना का जिक्र करते हुए कि उस दिन लोगों को गुमराह करके लाल किले पर भेज दिया गया था जबकि योजना संसद की तरफ जाने की थी. टिकैत ने कहा कि उस दिन 25 लाख ट्रैक्टर मौजूद थे अगर वो संसद चले गए होते तो उसी दिन सत्ता को उखाड़ फेंका जा सकता था. किसान नेता का ये बयान सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है जिसके बाद सियासत गरमाई हुआ है.
राकेश टिकैत के इस बयान पर लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने तीखा हमला किया और सरकार से उनके खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की. बीजेपी विधायक ने इस संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा और टिकैत को देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 10 लाख बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान मौजूद हैं. जिनकी सपोर्ट लेकर वो दिल्ली पर हमला कर सकते हैं.
नंद किशोर गुर्जर ने राकेश टिकैत को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो हमला करके दिखाओ. दिल्ली आकर दिखाए. किसानों की आड़ में सिर्फ यह राजनीति कर रहे है. सिर्फ मोदी जी है किसानों का भला सोच सकते हैं. उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. अपनी सरकार से विनती की है, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. राकेश टिकैत राजनीति कर रहे हे इनके लोग टोपी पहन कर टोल पास करवाते है.