बता दें सोमवार शाम को ही समाजवादी पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव को अंबेडकर नगर की कटेहरी ,अयोध्या की बहुचर्चित सीट मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद और लाल बिहारी यादव, सपा सांसद वीरेंद्र सिंह को मिर्जापुर की मझवां विधानसभा का प्रभारी, चंद्रदेव यादव को मैनपुरी की करहल विधानसभा, इंद्रजीत सरोज को फूलपुर और राजेंद्र कुमार को सीमामऊ का प्रभारी बनाया है. समाजवादी पार्टी द्वारा जारी की गई सूची से यह तो स्पष्ट था कि वह 6 सीटों पर इलेक्शन लड़ेगी. सपा की लिस्ट के बाद माना जा रहा था कि चार सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी गईं हैं लेकिन अब जब कांग्रेस ने सभी 10 सीट पर पर्यवेक्षक उतार दिए हैं तो मामला दिलचस्प हो गया है.
बात उत्तर प्रदेश की कर रहे है लोकसभा में खाली हुई
उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की लड़ाई अब दिलचस्प हो गई है. एक ओर जहां बहुजन समाज पार्टी ने तीन सीटों पर प्रभारी नियुक्त किए तो वहीं समाजवादी पार्टी ने 6 पर प्रभारियों के नाम का ऐलान किया. इसके बाद माना जा रहा था कि कांग्रेस के हिस्से सिर्फ 4 सीट आएगी. लेकिन सोमवार देर रात कांग्रेस की ओर से भी पर्यवेक्षकों की लिस्ट जारी की गई. इसमें सभी 10 सीटों, जिन पर उपचुनाव होना है, वहां पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है.
यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय द्वारा जारी पत्र में कहा गया है- उत्तर प्रदेश में सम्पन्न होने वाले विधानसभा उपचुनाव को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए नियुक्त किये गए पर्यवेक्षक गण की सूची है. हमें विश्वास है कि आप सभी अपने दायित्व का निर्वहन निष्ठापूर्वक करेंगे.
कांग्रेस की ओर से जारी लिस्ट में सीसामऊ में अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा, मीरापुर में सांसद इमरान मसूद, कुन्दरकी में सांसद राकेश राठौर, गाजियाबाद में तनुज पूनिया, मझवां में विधायक वीरेंद्र चौधरी, फूलपुर में सांसद उज्जवल रमन सिंह, कटेहरी में नसीमुद्दीन सिद्दिकी, मिल्कीपुर में अखिलेश प्रताप सिंह, खैर में राजकुमार रावत और करहल में रामनाथ सिकरवार को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.