कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शेयर मार्केट में कई कंपनियों में निवेश किया हुआ है. उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले इस बारे में पूरी जानकारी दी थी. वह भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के कट्टर आलोचक हों लेकिन, उनके तीसरी बार पीएम बनने के बाद राहुल गांधी की जेबें भरती जा रही हैं. वह हर महीने 9 लाख रुपये से भी ज्यादा कमा रहे हैं. पिछले 5 महीने में राहुल गांधी को अपने पोर्टफोलियो से 46.49 लाख रुपये की कमाई हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 15 मार्च, 2024 को राहुल गांधी का पोर्टफोलियो 4.33 करोड़ रुपये था. यह आंकड़ा 12 अगस्त को 4.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. राहुल गांधी के पास एशियन पेंट्स, बजाज पेंट्स, बजाज फाइनेंस, दीपक नाइट्रेट, डिवीज लैब्स, जीएमएम फोडलर, हिंदुस्तान यूनीलिवर, इंफोसिस, आईटीसी, टीसीएस, टाइटन, ट्यूब इंवेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया और एलटीआई माइंडट्री समेत 24 शेयर्स हैं. विश्लेषण के अनुसार, फिलहाल उनके पोर्टफोलियो में से एलटीआई माइंडट्री, टीसीएस, टाइटन और नेस्ले इंडिया के शेयर ही नुकसान में चल रहे हैं.
राहुल गांधी के पोर्टफोलिओ में कई छोटी कंपनियों के शेयर भी हैं. इनमें वेर्टोज एडवरटाइजिंग और विनायल केमिकल्स जैसी कंपनियां शामिल हैं. इनमें से वेर्टोज एडवरटाइजिंग बहुत चर्चा में रही है. उनके पास कंपनी के 260 शेयर थे. हालांकि, स्टॉक स्प्लिट और बोनस की वजह से अब उनके पास 5200 शेयर हो गए हैं. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने नए कीर्तिमान बना दिए हैं. शनिवार को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) में लगाए गए आरोपों के बाद भी सोमवार को पिछली बार की तरह मार्केट में ज्यादा बड़ी हलचल नहीं देखने को मिली है.
राहुल गांधी ने एक वीडियो संदेश में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा सेबी (SEBI) चीफ माधबी पुरी बुच पर लगाए गए आरोपों की जेपीसी जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि आरोप बहुत गंभीर हैं. छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए हमें जांच करवानी चाहिए. हालांकि, इन आरोपों को मार्केट के कई विशेषज्ञों ने खारिज कर दिया है. अडानी ग्रुप, सेबी और माधबी पुरी बुच ने भी आरोपों को निराधार बता दिया है.